Kulgeet
कुलगीत
अजयमेरु के प्रांगण में है ज्ञान-ध्यान का आलय।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय।
पुष्कर, मीरां, ख्वाजा की रंगत का पावन संगम है।
वस्त्र उद्योग का, बणी ठणी का, संगमरमर का उद्गम है।।
वाणी का आलोक, प्रभामय, प्रतिभामय मेधावी है।
उत्तम शिक्षा, उच्च ज्ञान और उन्नत शोध प्रभावी है।।
अजयमेरु के प्रांगण में है ज्ञान-ध्यान का आलय।
योग-कला-वाणिज्य और विज्ञान की शिक्षा उत्तम।
ऋषियों के नामों से शोभित है भवनों का परचम।।
इस गरिमामय विद्याकुल का यशोगान हम गाएँ।
इसका गौरव, इसकी महिमा नित नित नवल बढ़ाएँ।।
अजयमेरु के प्रांगण में है ज्ञान-ध्यान का आलय।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय।